आज का युग टेक्नोलॉजी का है, लेकिन बहुत सारे लोगों का सवाल यहीं है कि Computer Ka Avishkar Kab Hua Tha और किसने किया था। इसलिए हम अपनी इस पोस्ट में आपको कंप्यूटर से जुडी हुई सारी जानकारी देने वाले है।
हम आपको दुनिया का पहला कंप्यूटर कब बना और इसको किसने बनाया के बिना अभी तक कंप्यूटर की कितनी टाइप मार्किट में मौजूद है के बारे में विस्तार से जानकारी देने वाले है।
Table of Contents
कंप्यूटर क्या है और यह हमारी मदद कैसे करता है?
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो कि बिजली से चलती है। कंप्यूटर सिर्फ बाइनरी भाषा को ही समझ सकता है। इसको कोई भी मनुष्य भाषा समझ नहीं आती है। कंप्यूटर आदमी के द्वारा दी हुई इंस्ट्रक्शन को मानता है और उसको इनफार्मेशन के रूप में यूजर को देता है।
आज कंप्यूटर ने हमारे जीवन को बहुत ही खुशहाल बना दिया है। आज हम कंप्यूटर की मदद से कोई भी काम बड़ी ही आसानी से कर सकते है। जैसे कोई भी टिकट बुक करना हो, ऑनलाइन पेमेंट करना हो या फिर ऑफिस का कोई काम करना हो, यह सारे काम कंप्यूटर की वजह से आसान बन गए है।
कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था?
कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है और इसको चलाने के लिए बहुत सारे यंत्रों की जरूरत होती है। इसी तरह कंप्यूटर को भी बनाने में बहुत सारी मुश्किलें आई लेकिन आखिरकार कुछ महान लोगों ने मिलके इसको बना ही डाला। तो जानते है कंप्यूटर बनने की सारी कहानी को।
कंप्यूटर के सबसे पहले अविष्कारक चार्ल्स बैबेज को कहा जाता है। इनको फादर ऑफ़ कंप्यूटर कहा जाता है। चार्ल्स बैबेज एक English Mathematician थे।
1882 में जब चार्ल्स बैबेज को कठिन English Mathematician को हल करने के लिए एक डिवाइस बनाया जिसको Difference Engine का नाम दिया गया।
कंप्यूटर को बनाने में बहुत सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन इन्होने अपने अपने इंजीनियर से बात करके एक Analytical Engine विकसित किया। इसकी मदद से कोई भी बड़ी से बड़ी Mathematical Operations को हल किया जा सकता था।
इसको बनाने के बाद भी अभी तक कंप्यूटर तक आने की राह बहुत दूर थी, इसके बाद बहुत सारी कोशिशों के बाद उन्होंने CPU की तरह ही एक Processor बनाया. इस तरह से Computer में Innovations का सिलसिला चलता रहा.
बहुत समय बाद करीब 1872 में चार्ल्स बैबेज की मौत हो गयी, लेकिन बहुत अविष्कारों ने कंप्यूटर बनाने की ख़ोज को जारी रखा और आखिरकार उस कंप्यूटर को बनाया गया। जिसका आज हम लोग इस्तेमाल करते है।
कंप्यूटर के आविष्कार से जुड़े हुए लोगों के नाम और समय
Computer Name | Inventor | Time |
The Analytical Engine | Charles Babbage | 1822 |
The Turning Machine | Alan Turning | 1936 |
The Z Series Computers | Konrad Zuse | 1936 |
Atanasoff-Berry Computer | John Vincent Atanasoff and Clifford Berry | 1942 |
ENIAC | John Presper Eckert and John W.Mauchly | 1946 |
The CDC 6600 Supercomputer | Seymour Cray | 1964 |
Personal Computer | Henry Edward Roberts | 1974 |
Laptop or Portable Computer | Adam Osborne | 1975 |
Apple I | Steve Wozniak | 1976 |
PARAM 8000 Supercomputer | Vijay Pandurang Bhatkar | 1990 |
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प्रथम इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ?
दुनिया का सबसे पहले कंप्यूटर का नाम ABC (Atanasoff-Berry Computer) था और इसको साल 1930 में American Inventor और Physicist के द्वारा बनाया गया था।
इनको इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर का फादर कहा जाता है। इस कंप्यूटर की खोज स्टेट कॉलेज जो अभी स्टेट यूनिवर्सिटी के नाम से मशहूर है में हुई थी।
जल्दी ही इन Computer को Scientific और Technical Field में भी इस्तेमाल किया जाने लगा जैसे कि मौसम का अनुमान लगाने के लिए Computer का इस्तेमाल किया जाने लगा.
इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर हमारी कैलकुलेशन को ऑटोमेटिकली करने में हमारी मदद करते है। जैसे कि पहले Abacus का इस्तेमाल Calculations करने के लिए किया जाता था.
यह भी एक इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था, लेकिन यह कैलकुलेशन को आटोमेटिक नहीं कर सकता था। सबसे पहले Electronic Computer को 1950 में Military के लिए Design किया गया था.
हम अपने आस पास बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटर्स की उदाहरण को देख सकते है, जिसमें Calculators, Accounting Machines, ATM, Digital Clock आदि हैं। Mathematical Operations को Perform करने के लिए ही नहीं बल्कि बहुत सारी Information को Process करने के लिए.
भारत में प्रथम सुपर कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ?
भारत का सबसे पहला सुपर कंप्यूटर का नाम Param 8000 था। परम नाम को संस्कृत भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है Supreme. Supreme का मतलब होता है पहला या प्रथम। जो सबसे पहले बनाया गया. इसलिए इस कंप्यूटर का नाम PARAM रखा गया.
इस सुपर कंप्यूटर को साल 1990 में बनाया गया और इसकी कई सीरीज को रिलीज़ किया गया। हाल ही में साल 2020 में PARAM Series का सबसे Fastest और Latest कंप्यूटर PARAM Siddhi AI Release किया गया जो कि दुनिया के Fastest Computers में से 63rd Rank पर है.
Param कंप्यूटर भारत का सबसे पहला और दुनिया में यूनाइटेड स्टेट्स के बाद दूसरा सबसे तेज सुपर कंप्यूटर है।
इसको इतना पावरफुल माना गया कि इसको भारत के बिना बहुत और देशों ने भी इसको अपने काम के लिए इस्तेमाल लाया जैसे – Germany, UK और Russia. इस कंप्यूटर की कीमत पहले सुपर कंप्यूटर से कम थी, इसलिए इसको बहुत सारे ख़रीदार मिल गए।
Param Super Computer Model
- Model PARAM 8600
- Models PARAM 9000
- PARAM 10000
- PARAM Padma
- PARAM YUVA
- PARAM Yuva II
- PARAM ISHAN
- PARAM BRAHMA
- PARAM Siddhi AI
विश्व का प्रथम कंप्यूटर का नाम क्या है और इसको किसने बनाया ?
विश्व का प्रथम कंप्यूटर का नाम ENIAC है, इस कंप्यूटर को साल 1945 में दो लोगों J.Presper Eckert और John Mauchly ने मिलकर University of Pennylvania में बनाया था ,इस ENIAC कंप्यूटर का पूरा नाम था – (Electronic Numerical Integrator and Computer).
आपको बतादें कि यह कंप्यूटर आज के हलके कंप्यूटर के मुक़ाबले बहुत ही भारी था, इसका वजन लगभग 50 टन था और इसमें 18000 Vacuum Tubes का इस्तेमाल किया गया। कंप्यूटर को रखने के लिए लगभग 18000 Square Feet जगह की आवश्यकता पड़ती थी।
इस कंप्यूटर को आप मनुष्य का दूसरा रूप कह सकते है, क्योंकि वह सारे काम जो एक आदमी कर सकता है। जैसे कोई भी कैलकुलेशन करनी और Arithmetical Operations करना। इन सभी कामों को अभी इस कंप्यूटर की तरफ से किया जाने लगा।
भारत में कंप्यूटर कब आया था और इसको किसने बनाया था?
भारत में सबसे पहले आने वाले कंप्यूटर का नाम TIFRAC (Tata Institute of Fundamental Research Automatic Calculator) था। इसको साल 1952 को Dr. Dwijish Dutta Majumdar के द्वारा बनाया गया था। इस पहले कंप्यूटर को Tata Institute of Fundamental Research Mumbai में विकसित किया गया था।
इस कंप्यूटर को 1950 में Develop किया गया था लेकिन इसका इस्तेमाल 1965 से Start हुआ था. इस कंप्यूटर में 27 Vaccum Tubes और 12,500 Resisters Included थे.
भारत में सबसे पहले साल 1956 में एक पहला कंप्यूटर खरीदा गया, इसकी कीमत लगभग 10 लाख रूपए थी और इसको कोलकाता के Indian Statistical Institute में इस्तेमाल किया जाने लगा।
यह कंप्यूटर आज के कंप्यूटर के मुक़ाबले बहुत आवाज़ करता था और इसका साइज भी बहुत बड़ा था। इसमें कोई भी एडवांस स्पेसिफिकेशन नहीं थी।
भारत में आने वाले इस पहले कंप्यूटर का नाम HEC 2M था और इसको इंडिया का प्रथम डिजिटल कंप्यूटर माना जाता है। बाद में Indian Statistical Institute के द्वारा 1953 में भी एक Analog कंप्यूटर बनाया गया था जो कि Technically भारत का सबसे पहला कंप्यूटर था.
आम लोगों के लिए कंप्यूटर कब आया था?
अगर बात करें सामान्य लोगों के लिए पर्सनल कंप्यूटर की तो इसको साल 1971 में रिलीज़ किया गया और इसका नाम Kenbak-1 रखा गया। Kenbak-1 को बनाने में John Blankanbaker of Kenbak Corporation का बहुत बड़ा हाथ था।
1980s में सामान्य लोगों के लिए कंप्यूटर को Available करवाया गया था. Public के लिए सबसे पहले Home Computers को 1977 में Market में Launch किया गया था जो कि Microcomputer Series के Computers थे और धीरे-धीरे 1980s बहुत Popular हो गए थे और बहुत ज्यादा इस्तेमाल होने लगे थे.
इस होम कंप्यूटर में Graphics और Sound System दूसरे कंप्यूटर के बदले बहुत अच्छे थे। इसका ज्यादा काम वीडियो गेम खेलने, वर्ड प्रोसेसिंग और होमवर्क करने के इस्तेमाल में लाया जाता था। इसका प्राइस बहुत कम था, इसलिए इसको आम पब्लिक आसानी से खरीद रही थी।
सबसे पहला Personal Desktop Computer किसने बनाया था?
साल 1964 में इटली की एक कंपनी Olivetti ने अपना पहला Personal Desktop Computer को बनाया और इनहोने इसकी कीमत लगभग $3,200 रखी जो कि आप इंडियन रूपीस में लगभग 2 लाख के आस पास है।
सन 1985 में Atari Corporation ने 520ST कंप्यूटर बनाया। ये एक 32 बिट का रंगीन कंप्यूटर था। इस कंप्यूटर में कंपनी की ओर से 256 Kb RAM और 3 1⁄2-Inch की एक Floppy Disks जो कि स्टोरेज का काम करती है।
कंप्यूटर कितने प्रकार के होते है?
अगर बात करें कंप्यूटर के प्रकार की तो इसको करीब चार प्रकार होते है। इन चारों पार्ट्स को कंप्यूटर की स्पीड के अनुसार निर्धारित किया गया।
- Micro Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
माइक्रो कंप्यूटर का उदाहरण है- Desktop, Laptop,Tablet, Smartphone इत्यादि.
भारत का कंप्यूटर पिता कौन है?
भारत में बनने वाले सबसे पहले कंप्यूटर का पिता विजय पांडुरंग भाटकर को कहा जाता है। विजय पांडुरंग भाटकर ने भारत का पहला सुपर कंप्यूटर PARAM 8000 को बनाया था।
कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
हम जब कंप्यूटर के बारे ने इंटरनेट पर कुछ सर्च करते है तो हमारे मन में सबसे पहले कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है या फिर इसकी फुल फॉर्म क्या है? यह सवाल बहुत सारे लोगों का होता है ,क्योंकि इसको बहुत सारी परीक्षाओं में पूछा जाता है। तो आपको बताते है कि कंप्यूटर की फुल फॉर्म क्या होती है।
कंप्यूटर फुल फॉर्म – कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च (Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research).
FAQ About कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था
Q1. विश्व का प्रथम कंप्यूटर का नाम क्या है?
Ans. विश्व का प्रथम कंप्यूटर का नाम (ENIAC) था और इसको 1945 में दो लोगों J.Presper Eckert और John Mauchly ने मिलकर University of Pennylvania में बनाया था।
Q2. कंप्यूटर का आविष्कार कौन से देश में हुआ?
Ans. कंप्यूटर का आविष्कार ब्रिटेन देश में साल 1834 ई० मे चार्ल्स बैबेज नामक वैग्यानिक ने किया था।
Q3. कंप्यूटर का कितना भाग होता है?
Ans. कंप्यूटर के मुख्य दो भाग होते है,जिनमे हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल है। हार्डवेयर जिनको हम देख सकते है जैसे – माउस, कुँजीपटल, इलैक्ट्रॉनिक और इलैक्ट्रिक सर्किट, मॉनिटर इत्यादि और सॉफ्टवेयर जिनको हम देख नहीं सकते जैसे – माइक्रोसॉफ्ट विंडो, MS ऑफिस इत्यादि।
Q4. कंप्यूटर के दिमाग को क्या कहते हैं?
Ans. कंप्यूटर के दिमाग को CPU कहते है। इसका फुल फॉर्म सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट होता है।
Q5. कंप्यूटर में बटन कितनी होती है?
Ans. कंप्यूटर में बटन लगभग 104 होती है और लैपटॉप में कुल बटन 102 होते है। लेकिन पहले के समय में Standard Keyboard में केवल 84 बटन हुआ करते थे ।
Q6. कंप्यूटर का सबसे बड़ा बटन कौन सा है?
Ans. कंप्यूटर का सबसे बड़ा बटन Spacebar को कहा जाता है। क्योंकि इसका उपयोग टाइपिंग करते समय सबसे अधिक होता है। Space Bar की size बड़ी इसलिए होती है ताकि टाइपिंग करते वक़्त हाथो के दोनों अंगूठो से इसे Press किया जा सके।
तो दोस्तों हम अपने इस आर्टिकल को यही पर ख़तम करते है। आज हमने आपको इस लेख में कंप्यूटर का आविष्कार कब हुआ था और किसने किया था के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।
हमने आपको इस लेख के दौरान कंप्यूटर से जुडी हुई सारी जानकारी देने का प्रयास किया है। हम आशा करते है कि आपको हमारी जानकारी पसंद आई होगी। अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करे।